छत्तीसगढ़ प्रयोगशाला परिचारक सिलेबस 2024 : prayogshala paricharak syllabus in hindi

प्रयोगशाला परिचारक पद की परीक्षा हेतु

prayogshala paricharak syllabus in hindi परीक्षा का सिलेबस सामान्यतः निम्नलिखित विषयों पर आधारित होता है:

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Prayogshala paricharak syllabus pdf download

पाठ्यक्रम

भाग – 01 सामान्य विज्ञान
(60 अंकों के कुल 60 प्रश्न)

भाग – 02 सामान्य अध्ययन 
(40 अंकों के कुल 40 प्रश्न)

भाग – 01 सामान्य विज्ञान :-

प्रयोगशाला परिचारक syllabus in hindi 2024 सामान्य विज्ञान के प्रश्न छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के 09 वीं और 10वीं के पाठ्यक्रम स्तर का होगा ।

छत्तीसगढ़ प्रयोगशाला परिचारक (Lab Attendant) परीक्षा के लिए यदि सामान्य विज्ञान के प्रश्न कक्षा 9वीं और 10वीं के पाठ्यक्रम स्तर के होंगे, तो आप छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल (CGBSE) के विज्ञान पाठ्यक्रम से तैयारी कर सकते हैं। इस स्तर के विज्ञान में निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:

कक्षा 9वीं के विज्ञान के प्रमुख विषय : –

  1. भौतिक विज्ञान (Physics)
    • गति (Motion)
    • बल और नियम (Force and Laws of Motion)
    • कार्य और ऊर्जा (Work and Energy)
    • ध्वनि (Sound)
    • गुरुत्वाकर्षण (Gravitation)
  2. रसायन विज्ञान (Chemistry)
    • पदार्थ की संरचना (Matter in Our Surroundings)
    • परमाणु और अणु (Atoms and Molecules)
    • पदार्थों का वर्गीकरण (Is Matter Around Us Pure)
    • तत्वों की आवर्त सारणी (Structure of the Atom)
  3. जीव विज्ञान (Biology)
    • कोशिका: जीवन की मूल इकाई (The Fundamental Unit of Life)
    • पादप और प्राणी ऊतक (Tissues)
    • जीवन की विविधता (Diversity in Living Organisms)
    • जीवन की प्रक्रियाएँ (Life Processes)

कक्षा 10वीं के विज्ञान के प्रमुख विषय : –

  1. भौतिक विज्ञान (Physics)
    • प्रकाश (Light: Reflection and Refraction)
    • विद्युत (Electricity)
    • चुंबकत्व और विद्युत चुम्बकत्व (Magnetic Effects of Electric Current)
    • ऊष्मा और ऊर्जा के स्रोत (Sources of Energy)
  2. रसायन विज्ञान (Chemistry)
    • रासायनिक अभिक्रियाएं (Chemical Reactions and Equations)
    • अम्ल, क्षार और लवण (Acids, Bases and Salts)
    • धातु और अधातु (Metals and Non-metals)
    • कार्बन और इसके यौगिक (Carbon and Its Compounds)
  3. जीव विज्ञान (Biology)
    • जीवों में प्रजनन (Reproduction in Organisms)
    • अनुवांशिकी और विकास (Heredity and Evolution)
    • पर्यावरणीय मुद्दे (Our Environment)
    • जैव प्रक्रम (Control and Coordination in Living Organisms)

भाग – 02 सामान्य अध्ययन :-

  1. भारत देश की भौतिक सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल
  2. छत्तीसगढ़ का इतिहास एवं स्वतंत्रता आंदोलन में छत्तीसगढ़ का योगदान
  3. छत्तीसगढ़ का भूगोल, जलवायु भौतिक दशाएं, जनगणना, पुरातात्विक एवं पर्यटन स्थल
  4. छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था, वन एवं कृषि
  5. छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक ढाचा, स्थानीय शासन एवं पंचायती राज
  6. छत्तीसगढ़ में उद्योग, उर्जा, जल एवं खनिज संसाधन
  7. भारत एवं छत्तीसगढ़ की समसामयिक घटनाएं ।

भारत देश की भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल

  • भौतिक भूगोल: भारत एक विशाल भूभाग है, जो हिमालय से लेकर हिंद महासागर तक फैला हुआ है। यहाँ पर्वत, मैदान, पठार, रेगिस्तान, और तटीय क्षेत्रों का मिश्रण है। प्रमुख भौतिक विशेषताओं में हिमालय, गंगा-ब्रह्मपुत्र मैदान, दक्कन का पठार, और थार मरुस्थल शामिल हैं।
  • सामाजिक भूगोल: भारत विविधता में एकता का प्रतीक है। यहाँ विभिन्न भाषाएँ, धर्म, जातियाँ और संस्कृतियाँ सहअस्तित्व में हैं। सामाजिक विकास की दृष्टि से जनसंख्या, शिक्षा, स्वास्थ्य, और लिंग अनुपात महत्वपूर्ण हैं।
  • आर्थिक भूगोल: भारत की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है, जिसमें कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। प्रमुख फसलों में धान, गेहूं, कपास, गन्ना, और तिलहन प्रमुख हैं। इसके साथ-साथ भारत में विविध प्रकार के खनिज संसाधन, ऊर्जा संसाधन और औद्योगिक इकाइयाँ हैं।

छत्तीसगढ़ का इतिहास एवं स्वतंत्रता आंदोलन में छत्तीसगढ़ का योगदान

  • प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास: छत्तीसगढ़ का इतिहास प्राचीन समय से ही समृद्ध है, जहां विभिन्न राजवंशों का शासन रहा, जिनमें प्रमुख हैं शरभपुरीय, सोमवंशी, कलचुरी आदि। कालांतर में मराठों ने इस क्षेत्र पर कब्जा किया।
  • स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान: छत्तीसगढ़ का स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यहां के किसानों और आदिवासियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलनों में भाग लिया। प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी पं. सुंदरलाल शर्मा, वीर नारायण सिंह, और ठक्कर बापा ने इस क्षेत्र में स्वतंत्रता आंदोलन को नेतृत्व प्रदान किया।

छत्तीसगढ़ का भूगोल, जलवायु, भौतिक दशाएं, जनगणना, पुरातात्विक एवं पर्यटन स्थल

  • भूगोल: छत्तीसगढ़ भारत के मध्य भाग में स्थित है, और इसका अधिकांश क्षेत्र पठारी है। यहां महानदी, शिवनाथ, हसदेव, इंद्रावती जैसी प्रमुख नदियाँ बहती हैं।
  • जलवायु: छत्तीसगढ़ में मुख्यतः उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। यहां ग्रीष्म, शीत और वर्षा तीनों ऋतुएँ होती हैं। मानसून के दौरान यहां अच्छी वर्षा होती है।
  • भौतिक दशाएं: छत्तीसगढ़ की भौतिक संरचना में पहाड़, जंगल, पठार और नदियाँ शामिल हैं। यहाँ का वन क्षेत्र भी बहुत बड़ा है।
  • जनगणना: छत्तीसगढ़ की जनसंख्या में आदिवासी जनसंख्या का बड़ा हिस्सा है। 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की जनसंख्या लगभग 2.55 करोड़ थी।
  • पुरातात्विक स्थल: सिरपुर, बारसूर, मल्हार जैसे स्थान पुरातात्विक महत्व के हैं।
  • पर्यटन स्थल: छत्तीसगढ़ में प्रमुख पर्यटन स्थल हैं – बस्तर, कांगेर घाटी, चित्रकूट जलप्रपात, रायपुर, रानी दुर्गावती संग्रहालय, और भोरमदेव मंदिर।

छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था, वन एवं कृषि

  • अर्थव्यवस्था: छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि, वन उत्पाद, खनिज संसाधन और औद्योगिक उत्पादन पर निर्भर करती है। यहां चावल उत्पादन प्रमुख है, जिससे इसे “धान का कटोरा” भी कहा जाता है।
  • वन: छत्तीसगढ़ का 44% भूभाग वनों से ढका हुआ है। यहां सागौन, साल, और बांस जैसे महत्वपूर्ण पेड़ मिलते हैं। वन संसाधनों से लकड़ी, लाह, तेंदू पत्ता, आदि प्राप्त होते हैं।
  • कृषि: धान, गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन आदि प्रमुख फसलें हैं। सिंचाई के लिए प्रमुख नदियों पर निर्भरता होती है, हालांकि, आधुनिक सिंचाई प्रणाली का भी उपयोग किया जाता है।

छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक ढांचा, स्थानीय शासन एवं पंचायती राज

  • प्रशासनिक ढांचा: छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक ढांचा भारत के संघीय ढांचे के अंतर्गत आता है। इसमें एक विधानसभा होती है, और राज्यपाल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है।
  • स्थानीय शासन: छत्तीसगढ़ में तीन-स्तरीय पंचायत प्रणाली लागू है, जिसमें ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत शामिल हैं। यह प्रणाली ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय शासन की जिम्मेदारी संभालती है।
  • पंचायती राज: छत्तीसगढ़ में पंचायती राज प्रणाली के अंतर्गत महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति को आरक्षण दिया गया है, जिससे उन्हें शासन में भागीदारी का अवसर मिलता है।

छत्तीसगढ़ में उद्योग, ऊर्जा, जल एवं खनिज संसाधन

  • उद्योग: छत्तीसगढ़ में इस्पात, सीमेंट, एल्यूमीनियम, और थर्मल पावर जैसे प्रमुख उद्योग स्थापित हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र एशिया का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र है।
  • ऊर्जा: छत्तीसगढ़ ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर है। यहां कोयला आधारित थर्मल पावर, जलविद्युत और सौर ऊर्जा का उत्पादन होता है।
  • जल संसाधन: महानदी, इंद्रावती, हसदेव आदि नदियाँ प्रमुख जल स्रोत हैं, जिनसे कृषि और उद्योगों को पानी मिलता है।
  • खनिज संसाधन: छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों से समृद्ध है। यहां कोयला, लोहा, बॉक्साइट, डोलोमाइट, लाइमस्टोन आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

भारत एवं छत्तीसगढ़ की समसामयिक घटनाएं

  • भारत: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई समसामयिक घटनाएँ होती हैं, जैसे आर्थिक सुधार, पर्यावरणीय नीतियाँ, अंतरिक्ष अन्वेषण, शिक्षा सुधार, और वैश्विक राजनीतिक मुद्दे।
  • छत्तीसगढ़: राज्य में विभिन्न विकास योजनाएँ, औद्योगिक विकास, सामाजिक कल्याण कार्यक्रम, और राज्य सरकार की नई नीतियाँ समसामयिक घटनाओं का हिस्सा हैं।

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परीक्षा के लिए तैयारी सुझाव:

  • CGBSE की किताबों को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि यही पुस्तकें 9वीं और 10वीं के पाठ्यक्रम का आधार होती हैं।
  • महत्वपूर्ण अवधारणाओं और सूत्रों को समझें और याद करें।
  • प्रैक्टिस सेट और पिछले सालों के प्रश्नपत्र हल करें।
  • विज्ञान के प्रमुख सिद्धांतों और फार्मूलों पर विशेष ध्यान दें।

इस प्रकार, यदि आप इस स्तर की तैयारी करते हैं तो विज्ञान के प्रश्नों को आसानी से हल कर सकेंगे।

नमस्ते ! मेरा नाम लोमन कुमार है | मै पिछले 4 सालों से इस वेबसाइट पर अपनी सेवा दे रहा हूँ | मै रोजगार समाचार, सामान्य ज्ञान , करेंट अफेयर्स , जॉब्स प्रोफाइल और फ्री नोट्स  की  जानकारी आसान भाषा में निरंतर देने का प्रयास करता हूँ,अतः लोगो को सही और सटीक जानकारी देना ही मेरा उद्देश्य है !

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